Ramayana: News of this South actress joining Nitesh Tiwari’s ‘Ramayana’, will be seen in the role of Mandodari : भारतीय सिनेमा में पौराणिक कथाओं पर आधारित फिल्मों का एक अलग ही स्थान है, और रामायण जैसी महान गाथा पर आधारित फिल्म की घोषणा होते ही दर्शकों में उत्साह की लहर दौड़ जाती है। मशहूर फिल्म निर्देशक नितेश तिवारी द्वारा निर्देशित आगामी फिल्म ‘रामायण’ को लेकर दर्शकों में जबरदस्त उत्साह है। फिल्म को लेकर हर रोज़ नई जानकारियाँ सामने आ रही हैं, और अब एक और बड़ी खबर सामने आई है – दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की लोकप्रिय अभिनेत्री काजल अग्रवाल इस फिल्म में मंदोदरी की भूमिका में नजर आएंगी।
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कौन हैं मंदोदरी?
मंदोदरी रावण की पत्नी थीं और उन्हें रामायण में एक बुद्धिमान, पवित्र और धर्मपरायण महिला के रूप में दर्शाया गया है। वे मायासुर और अप्सरा हेमा की पुत्री थीं। मंदोदरी हमेशा रावण को सही मार्ग पर चलने की सलाह देती रहीं, लेकिन रावण के अहंकार के चलते उसने उनकी एक न सुनी। मंदोदरी की भूमिका रामायण की कथा में नैतिक मूल्यों और स्त्री सशक्तिकरण का प्रतीक मानी जाती है।
काजल अग्रवाल का किरदार
फिल्म निर्माताओं ने इस अहम किरदार के लिए काजल अग्रवाल को चुना है। काजल का भारतीय सिनेमा में योगदान काफी बड़ा है, उन्होंने न केवल तमिल और तेलुगु सिनेमा में नाम कमाया है बल्कि हिंदी फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी है। उनकी मासूमियत, सौम्यता और गहराईपूर्ण अभिनय इस किरदार के लिए एकदम उपयुक्त मानी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, काजल अग्रवाल को इस भूमिका के लिए पहले से ही कई महीनों की तैयारी करनी पड़ी है। मंदोदरी का किरदार भावनात्मक रूप से गहराई लिए हुए है, और उसे निभाने के लिए काफी समझ, आत्मनिरीक्षण और संयम की जरूरत होती है। काजल ने इसके लिए विशेष वर्कशॉप्स में भाग लिया है, जिसमें उन्होंने किरदार की पृष्ठभूमि, उसकी सोच और उसकी भूमिका के महत्व को बारीकी से समझा।
फिल्म की स्टारकास्ट
नितेश तिवारी की ‘रामायण’ की स्टारकास्ट पहले से ही काफी चर्चा में है। भगवान राम की भूमिका में होंगे रणबीर कपूर, जबकि सीता का किरदार निभा रही हैं साई पल्लवी। रावण के रोल में नजर आएंगे यश, जिन्होंने ‘केजीएफ’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म से जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की थी। अब मंदोदरी के रूप में काजल अग्रवाल का नाम जुड़ना इस फिल्म की स्टारकास्ट को और भी प्रभावशाली बना देता है।
फिल्म का निर्माण और रिलीज
यह फिल्म एक भव्य प्रोजेक्ट है, जिसे तीन भागों में बनाया जाएगा। इसका पहला भाग वर्ष 2026 में रिलीज होने की संभावना है, जबकि दूसरा और तीसरा भाग क्रमशः 2027 और 2028 में आ सकते हैं। फिल्म का बजट भी भारी-भरकम बताया जा रहा है, क्योंकि इसे भारतीय सिनेमा का अब तक का सबसे बड़ा पौराणिक प्रोजेक्ट माना जा रहा है। फिल्म में वीएफएक्स, सेट डिज़ाइन, कॉस्ट्यूम और लोकेशन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि दर्शकों को एक प्रामाणिक और भव्य अनुभव दिया जा सके।
काजल अग्रवाल का करियर
काजल अग्रवाल ने अपने करियर की शुरुआत हिंदी फिल्म ‘क्यों! हो गया ना…’ से की थी लेकिन असली सफलता उन्हें साउथ इंडस्ट्री से मिली। ‘मगधीरा’, ‘थुपक्की’, ‘मर्सल’, ‘बिजनेसमैन’, ‘सरदार’ और ‘नायक’ जैसी तमिल और तेलुगु फिल्मों में उन्होंने शानदार अभिनय किया है। हिंदी फिल्मों में भी वह ‘सिंघम’ और ‘स्पेशल 26’ जैसी हिट फिल्मों में नजर आई हैं।
हाल ही में, उन्होंने सलमान खान की आने वाली फिल्म ‘सिकंदर’ में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऐसे में ‘रामायण’ में मंदोदरी का किरदार उनके करियर के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकता है।
मंदोदरी का महत्व
रामायण में मंदोदरी का किरदार भले ही मुख्य कथा से कुछ पीछे हो, लेकिन उसका महत्व अत्यधिक है। वह नारी शक्ति, विवेक और करुणा की प्रतीक हैं। रावण जैसे अहंकारी व्यक्ति की पत्नी होने के बावजूद मंदोदरी हमेशा सही और धर्म के पक्ष में खड़ी रहती हैं। यही कारण है कि उनके किरदार को बहुत सम्मान के साथ देखा जाता है।
फिल्म में यदि इस किरदार को सही ढंग से प्रस्तुत किया गया, तो यह न केवल काजल अग्रवाल के करियर के लिए यादगार साबित होगा, बल्कि दर्शकों को भी मंदोदरी के रूप में एक सशक्त स्त्री चरित्र से रूबरू कराएगा।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
जैसे ही काजल अग्रवाल के मंदोदरी बनने की खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने अपनी खुशी जाहिर की। बहुत से लोगों का मानना है कि काजल इस किरदार के लिए बिलकुल सही चयन हैं क्योंकि उनके चेहरे की गरिमा, अभिनय की सादगी और स्क्रीन प्रेज़ेन्स में वह खास बात है जो मंदोदरी के किरदार को जीवंत बना सकती है।
निष्कर्ष
नितेश तिवारी की ‘रामायण’ न केवल एक फिल्म है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, पौराणिकता और आध्यात्मिकता को आधुनिक सिनेमा के माध्यम से प्रस्तुत करने का एक प्रयास है। काजल अग्रवाल जैसी प्रतिभाशाली अभिनेत्री का मंदोदरी के रूप में इस परियोजना से जुड़ना इस बात का संकेत है कि फिल्म की हर भूमिका को गंभीरता से लिया जा रहा है।