Arjun Kapoor shared an emotional video on the completion of four years of ‘Sardar Ka Grandson’, wrote a heart-touching note : बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) ने फिल्म ‘सरदार का ग्रैंडसन’ के चार साल पूरे होने पर एक खास वीडियो क्लिप साझा किया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस भावुक पल को अभिनेता ने एक दिल छू लेने वाले नोट के साथ साझा किया, जिसमें उन्होंने फिल्म से जुड़ी यादों, अपनी भावनाओं और उस अनुभव के महत्व को बयां किया। अर्जुन कपूर की यह फिल्म एक पारिवारिक और भावनात्मक कहानी थी, जो दर्शकों के दिलों को छू गई थी। फिल्म की चौथी वर्षगांठ पर उनकी यह पोस्ट एक बार फिर उस कहानी को ताज़ा कर गई।
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फिल्म ‘सरदार का ग्रैंडसन’ की झलक
साल 2021 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘सरदार का ग्रैंडसन’ एक इमोशनल ड्रामा थी, जिसमें एक पोते की अपने दादी की आखिरी ख्वाहिश पूरी करने की कहानी दिखाई गई थी। फिल्म में अर्जुन कपूर ने पोते ‘अमर’ की भूमिका निभाई थी, जो अपनी बीमार दादी के लिए पाकिस्तान जाकर उनका पुश्तैनी घर भारत लाने का असंभव सा सपना साकार करने निकल पड़ता है।
नीना गुप्ता ने दादी ‘सरदार कौर’ का किरदार निभाया था और उनका अभिनय भी दर्शकों को खूब पसंद आया था। फिल्म में रकुल प्रीत सिंह, कंवलजीत सिंह और सोनी राजदान जैसे कलाकारों ने भी अहम भूमिकाएं निभाई थीं।
अर्जुन कपूर की भावुक पोस्ट
फिल्म की रिलीज़ के चार साल पूरे होने पर अर्जुन कपूर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक इमोशनल वीडियो क्लिप साझा की। इस वीडियो में फिल्म के कुछ खास सीन, शूटिंग के बिहाइंड-द-सीन मोमेंट्स और फिल्म के गानों की झलक देखने को मिली। इस क्लिप के साथ अर्जुन ने एक भावुक कैप्शन लिखा:
“कुछ फिल्में सिर्फ कहानियाँ नहीं होतीं, वो आपकी जिंदगी का हिस्सा बन जाती हैं। ‘सरदार का ग्रैंडसन’ ऐसी ही एक फिल्म थी जो मेरे दिल के बहुत करीब रही है। इस फिल्म ने मुझे एक कलाकार के तौर पर संवेदनशील बनाया, और एक इंसान के तौर पर भावनात्मक रूप से समृद्ध किया।”
उन्होंने आगे लिखा,
“मैं शुक्रगुजार हूं पूरी टीम का, जिन्होंने इस फिल्म को इतना खास बनाया। और उन सभी दर्शकों का, जिन्होंने इस कहानी को अपने दिल से अपनाया।”
भावनाओं से जुड़ी फिल्म
‘सरदार का ग्रैंडसन’ भले ही एक व्यावसायिक फिल्म रही हो, लेकिन इसकी कहानी ने लोगों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ी थी। यह फिल्म भारत-पाक विभाजन की पृष्ठभूमि पर बुनी गई एक सच्ची भावना को दर्शाती है — जड़ों से जुड़ाव, परिवार के लिए प्रेम और एक पोते का अपनी दादी के प्रति समर्पण।
अर्जुन कपूर का किरदार ‘अमर’ एक ऐसा युवक है जो अपनी दादी की आखिरी इच्छा को किसी भी कीमत पर पूरा करना चाहता है। चाहे इसके लिए उसे कानूनी बाधाओं का सामना करना पड़े या सीमा पार जाकर संघर्ष करना पड़े। फिल्म के अंत में जब वह दादी के पुराने घर को ट्रक पर लादकर भारत लाता है, तो यह दृश्य हर किसी की आंखों में आंसू ले आता है।
शूटिंग के अनुभव
फिल्म की शूटिंग कोरोना महामारी के दौर में की गई थी, जब फिल्म इंडस्ट्री के लिए हालात बेहद चुनौतीपूर्ण थे। अर्जुन कपूर ने पहले भी कई इंटरव्यू में बताया था कि इस फिल्म की शूटिंग उनके लिए एक भावनात्मक अनुभव रहा।
उन्होंने यह भी साझा किया था कि उनकी अपनी दादी से उनका रिश्ता बहुत खास था, और इस फिल्म के जरिए वे उस रिश्ते को भी फिर से जी पाए। एक कलाकार के तौर पर उन्हें इस किरदार को निभाने में काफी मानसिक तैयारी करनी पड़ी, क्योंकि यह रोल सिर्फ एक्टिंग नहीं, बल्कि भावनाओं को जीने जैसा था।
दर्शकों की प्रतिक्रियाएं
जब अर्जुन कपूर ने यह वीडियो क्लिप साझा की, तो फैंस और फिल्म इंडस्ट्री के उनके साथी कलाकारों ने भी इसे खूब सराहा। कई फैंस ने कमेंट करते हुए लिखा कि ‘सरदार का ग्रैंडसन’ एक ऐसी फिल्म थी जिसने उन्हें अपने दादा-दादी की याद दिला दी।
एक यूजर ने लिखा,
“आज भी जब ये फिल्म देखते हैं तो आंखें नम हो जाती हैं। अर्जुन का अभिनय और नीना गुप्ता जी की परफॉर्मेंस दिल छू जाती है।”
वहीं एक अन्य फैन ने लिखा,
“इस फिल्म ने सिखाया कि परिवार के लिए किया गया हर छोटा प्रयास भी बहुत बड़ा हो सकता है।”
अर्जुन कपूर की फिल्मोग्राफी में एक खास स्थान
अर्जुन कपूर ने अपने करियर में कई तरह के किरदार निभाए हैं — रोमांटिक हीरो से लेकर एक्शन स्टार तक। लेकिन ‘सरदार का ग्रैंडसन’ एक ऐसा प्रोजेक्ट था जो उनके करियर में एक भावनात्मक मोड़ लेकर आया। इस फिल्म ने दिखाया कि अर्जुन सिर्फ स्टाइल और एक्शन के लिए नहीं, बल्कि गंभीर और संवेदनशील भूमिकाओं के लिए भी फिट हैं।
इस फिल्म के जरिए उन्होंने यह भी दिखा दिया कि वे अलग तरह की कहानियों का हिस्सा बनने से नहीं कतराते, और उन्हें दर्शकों के दिलों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी बखूबी निभाते हैं।
निर्देशक और टीम की सराहना
फिल्म का निर्देशन किया था काश्वी नायर ने, जिनके लिए यह डेब्यू प्रोजेक्ट था। उनके निर्देशन की सराहना इस बात से होती है कि उन्होंने एक संवेदनशील विषय को बहुत सरल और सुंदर तरीके से दर्शकों के सामने पेश किया।
फिल्म के संवाद, भावनात्मक दृश्य, और बैकग्राउंड म्यूजिक ने कहानी को और प्रभावशाली बना दिया। अर्जुन कपूर ने अपने नोट में निर्देशक काश्वी नायर और बाकी टीम का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने फिल्म को एक ‘सपने जैसा’ अनुभव बना दिया।
निष्कर्ष
‘सरदार का ग्रैंडसन’ की चौथी वर्षगांठ पर अर्जुन कपूर की भावनात्मक पोस्ट ने न सिर्फ उनके फैंस को भावुक कर दिया, बल्कि फिल्म की यादों को भी ताज़ा कर दिया। यह फिल्म एक उदाहरण है कि सिनेमा सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि भावनाओं को जीने और महसूस करने का माध्यम भी हो सकता है।
अर्जुन कपूर का यह भावुक अंदाज दिखाता है कि वे अपने किरदारों से कितनी गहराई से जुड़ते हैं, और यही जुड़ाव उन्हें एक बेहतर अभिनेता बनाता है। आने वाले समय में दर्शकों को उनसे और भी ऐसी फिल्मों की उम्मीद है, जो दिल को छू जाएं और यादों में बस जाएं।