The news of Sitare Zameen Par : हाल ही में सोशल मीडिया पर यह खबर तेज़ी से वायरल हो रही थी कि आमिर खान की आने वाली फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ को सेंसर बोर्ड (CBFC) ने बिना किसी कट्स के पास कर दिया है। दावा यह भी किया जा रहा था कि फिल्म में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया और इसे ‘नेशनल अवॉर्ड’ मिलने की प्रबल संभावना है। लेकिन जब इन दावों की सच्चाई की पड़ताल की गई, तो हकीकत कुछ और ही निकली।
दरअसल, फैक्ट चेक में यह सामने आया है कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म को पास तो किया है, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण बदलावों और कट्स के बाद ही। इतना ही नहीं, फिल्म में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी एक संदर्भ में जोड़ा गया है, जिससे यह चर्चा और भी गरम हो गई है।
इस लेख में हम बताएंगे इस वायरल खबर की सच्चाई, सेंसर बोर्ड के बदलाव, फिल्म से जुड़े विवाद, आमिर खान की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं।
Table of Contents
📢 क्या दावा किया गया?
वायरल पोस्ट्स में दावा किया जा रहा था:
“आमिर खान की फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ को बिना किसी कट्स के सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया है। यह एक शानदार सामाजिक संदेश देने वाली फिल्म है और जल्द ही थिएटर में रिलीज होगी।”
इस दावे के साथ कुछ न्यूज चैनलों की झूठी हेडलाइंस और आमिर खान की पुरानी तस्वीरें भी साझा की जा रही थीं, जिससे लोगों को यकीन हो जाए कि यह खबर सही है।
🔎 सच्चाई क्या है? (Fact Check)
जब मीडिया संगठनों और स्वतंत्र फैक्ट चेक प्लेटफॉर्म्स ने इस दावे की जांच की, तो पता चला कि:
- फिल्म में कट्स और बदलाव किए गए हैं।
सेंसर बोर्ड ने फिल्म के दो डायलॉग्स में बदलाव करने के निर्देश दिए। - एक दृश्य हटाया गया है जिसमें स्कूल प्रशासन की तुलना सरकारी तंत्र से की गई थी। इसे ‘राजनीतिक रूप से संवेदनशील’ माना गया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम एक प्रेरणात्मक संदर्भ में जोड़ा गया है, जिसे पहले आलोचनात्मक रूप में दर्शाया गया था लेकिन बाद में स्क्रिप्ट में संशोधन किया गया।
- CBFC ने U/A सर्टिफिकेट दिया है, लेकिन ‘बिना कट्स’ वाली खबर पूरी तरह से भ्रामक और गलत है।
🎬 फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ के बारे में
- निर्देशक और निर्माता: आमिर खान
- मुख्य कलाकार: आमिर खान, बाल कलाकार, और कुछ नए चेहरे
- थीम: फिल्म मानसिक और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण बच्चों की कहानी पर आधारित है, जो उनके आत्म-विश्वास और समाज के समर्थन से जुड़ी है।
आमिर खान पहले ही कह चुके हैं कि यह फिल्म उनके करियर की सबसे संवेदनशील और समाज को झकझोरने वाली फिल्म होगी।
🧾 सेंसर बोर्ड द्वारा सुझाए गए बदलाव
CBFC (Central Board of Film Certification) ने फिल्म को पास करने से पहले जो सुझाव दिए, वे निम्नलिखित हैं:
- स्कूल प्रशासन और सरकारी नीतियों की तुलना पर आधारित डायलॉग को नरम किया जाए।
- राजनीति से जुड़े कुछ कटाक्ष वाले दृश्य हटाए जाएं।
- प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र अगर प्रेरणात्मक हो, तो उसे साफ रूप से प्रस्तुत किया जाए।
इन बदलावों के बाद ही फिल्म को U/A प्रमाणपत्र दिया गया।
🎙️ आमिर खान की प्रतिक्रिया
आमिर खान ने सेंसर बोर्ड के फैसले को स्वीकार करते हुए कहा:
“हमारी मंशा किसी भी राजनीतिक व्यक्ति या संस्था को ठेस पहुंचाना नहीं है। फिल्म का उद्देश्य समाज में बदलाव लाना है। यदि कुछ बदलावों से हमारी बात और प्रभावी ढंग से दर्शकों तक पहुंचे, तो हम उन्हें स्वीकार करते हैं।”
आमिर ने आगे कहा कि उन्हें खुशी है कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म को सराहा और सामाजिक पहलुओं को महत्व दिया।
🗣️ पीएम मोदी का नाम कैसे जुड़ा?
फिल्म के एक दृश्य में एक शिक्षक अपने छात्रों को प्रेरणा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण देते हैं कि किस तरह उन्होंने संघर्षों के बावजूद सफलता पाई।
पहले यह दृश्य थोड़ा आलोचनात्मक था, लेकिन अब इसे सकारात्मक प्रेरणात्मक संदर्भ में बदला गया है। इसी वजह से सोशल मीडिया पर इस बदलाव को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
📱 सोशल मीडिया पर फैली गलत सूचना
कुछ यूट्यूब चैनलों और फेसबुक पेजों ने बिना पुष्टि के यह खबर फैला दी कि फिल्म को बिना किसी बदलाव के पास कर दिया गया है, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई।
कुछ भ्रामक हेडलाइंस:
- “CBFC ने बिना एक भी कट के पास की आमिर खान की नई फिल्म!”
- “मोदी सरकार से मिली बड़ी राहत, सितारे जमीन पर को सेंसर की हरी झंडी।”
- “नेशनल अवॉर्ड पक्की – बिना रोक-टोक आ रही है आमिर की फिल्म।”
ये सभी दावे तथ्यों पर आधारित नहीं थे।
📢 प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) का फैक्ट चेक
PIB Fact Check ने भी इस वायरल खबर को भ्रामक बताया और ट्वीट कर कहा:
“यह दावा कि ‘सितारे जमीन पर’ को बिना किसी कट के सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया है, गलत है। CBFC ने फिल्म में कुछ कट्स और बदलाव के साथ U/A प्रमाणपत्र जारी किया है।”
🧠 लोगों की राय और प्रतिक्रियाएं
इस विवाद के बाद सोशल मीडिया पर दो तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं:
- समर्थन में लोग बोले –
- “आमिर की फिल्मों का मैसेज हमेशा गहरा होता है, थोड़ा बदलाव चलेगा।”
- “CBFC ने जिम्मेदारी से काम किया है, सही बदलाव किए।”
- आलोचना में लोग बोले –
- “फिल्मों में राजनीतिक नाम जोड़ना प्रचार का तरीका बन गया है।”
- “पहले आलोचना, फिर बदलाव करके तारीफ – ये दोहरा रवैया क्यों?”
📌 निष्कर्ष
- आमिर खान की फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ को सेंसर बोर्ड ने बिना कट्स के पास नहीं किया है, जैसा कि सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है।
- फिल्म में बदलाव हुए हैं, खासकर कुछ डायलॉग्स और दृश्य बदले गए हैं।