UP Budget 2025: CM Yogi’s big statement on the historic success of Maha Kumbh and the economic progress of the state : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बजट सत्र के दौरान महाकुंभ 2025 और राज्य की आर्थिक प्रगति को लेकर कई अहम बातें साझा कीं। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में 33 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए, लेकिन किसी भी प्रकार की आपराधिक घटना नहीं हुई। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश सरकार की प्रशासनिक दक्षता और सुरक्षा व्यवस्था की उत्कृष्टता का प्रमाण बताया।
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महाकुंभ 2025: धार्मिक और आर्थिक दृष्टि से ऐतिहासिक आयोजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ न केवल एक धार्मिक आयोजन था, बल्कि इसने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी बड़ा योगदान दिया है। इस आयोजन से राज्य को लगभग साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए का आर्थिक लाभ होने की उम्मीद है।
महाकुंभ से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य:
- आयोजन के दौरान 33 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
- सुरक्षा व्यवस्था इतनी मजबूत थी कि एक भी आपराधिक घटना नहीं हुई।
- महाकुंभ से होटल, ट्रांसपोर्ट, खाद्य सामग्री, पूजन सामग्री और अन्य क्षेत्रों में बड़े स्तर पर व्यापार हुआ।
- केंद्रीय और राज्य सरकारों ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए समर्पित प्रयास किए।
उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति पर मुख्यमंत्री योगी का बयान
योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की GDP और डिजिटल क्रांति के आंकड़े भी सदन में प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश की GSDP सिर्फ 12.75 लाख करोड़ रुपए थी, लेकिन 2024-25 में यह 27.51 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने वाली है। UP Budget 2025
उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति के प्रमुख बिंदु:
- देश की GDP में यूपी की हिस्सेदारी: 9.2%
- 2023-24 में यूपी की GDP वृद्धि दर: 11.6%
- डिजिटल लेनदेन में यूपी नंबर 1 – 2024-25 में दिसंबर तक 1024.41 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन।
- बैंकिंग सेवाओं की व्यापक उपलब्धता – 20,416 बैंक शाखाएं, 4,00,932 बैंक मित्र, 18,747 एटीएम और 4,40,095 बैंकिंग केंद्र।
महिलाओं और किसानों के लिए नई योजनाएं
लखपति महिला योजना
- 31 लाख से अधिक महिलाओं को इस योजना के तहत चिन्हित किया गया।
- 2 लाख से अधिक महिलाएं लखपति बन चुकी हैं।
बीसी सखी योजना
UP Budget 2025
- 39,556 BC सखियों ने 31,103 करोड़ रुपए से अधिक का वित्तीय लेन-देन किया।
- योजना के तहत 84.38 करोड़ रुपए का लाभांश अर्जित किया गया।
कृषि क्षेत्र में नवाचार
- कृषि विभाग के 150 वर्ष पूरे होने पर इसे ‘बीज वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा।
- लखनऊ में 251 करोड़ रुपए की लागत से चौधरी चरण सिंह सीड पार्क की स्थापना की जा रही है।
- किसानों के लिए माता शबरी कैंटीन और विश्रामालय स्थापित किए जाएंगे।
महाकुंभ: एक वैश्विक आयोजन और आर्थिक समृद्धि का स्रोत
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ 2025 न केवल भारत बल्कि विश्व स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। इस आयोजन को वैश्विक मीडिया में भी सकारात्मक कवरेज मिली। उन्होंने कहा कि 66 करोड़ लोगों का प्रबंधन, टेक्नोलॉजी का सही उपयोग, सुरक्षा, परिवहन, भोजन और स्वच्छता की उत्कृष्ट व्यवस्था के कारण यह आयोजन ऐतिहासिक बन गया।
महाकुंभ से जुड़े आर्थिक लाभ:
- होटल और टूरिज्म सेक्टर: ₹40,000 करोड़
- खाद्य एवं दैनिक उपयोग की वस्तुएं: ₹33,000 करोड़
- परिवहन: ₹1.5 लाख करोड़
- पूजन सामग्री: ₹20,000 करोड़
- दान और अन्य धार्मिक गतिविधियां: ₹660 करोड़
- टोल टैक्स और अन्य शुल्क: ₹300 करोड़
- अन्य सेक्टर: ₹66,000 करोड़
नाविक परिवारों को मिली बड़ी आर्थिक सफलता
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि प्रयागराज में नाविक परिवारों को महाकुंभ के दौरान आर्थिक रूप से बड़ा लाभ मिला।
- एक नाविक परिवार के पास 130 नौकाएं थीं।
- 45 दिनों में उन्होंने 30 करोड़ रुपए से अधिक की शुद्ध कमाई की।
- प्रति नाव 23 लाख रुपए तक की कमाई हुई।
- प्रतिदिन एक नाविक 50,000 से 52,000 रुपए कमा रहा था।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 उत्तर प्रदेश के लिए केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं था, बल्कि यह राज्य की आर्थिक शक्ति, प्रशासनिक क्षमता और सांस्कृतिक धरोहर का परिचायक भी रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र में इस आयोजन की ऐतिहासिक सफलता को रेखांकित किया और उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए कई नई योजनाओं की घोषणा की। महाकुंभ का यह भव्य आयोजन भविष्य में भी उत्तर प्रदेश की पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगा।