Wamiqa Gabbi ” हाल ही में रिलीज हुई नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘भूल चूक माफ’ को दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। इस फिल्म में वामिका गब्बी ने मुख्य भूमिका निभाई है, और अपने किरदार के लिए उन्हें काफी सराहना भी मिल रही है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस फिल्म की रिलीज से पहले एक बड़ा कानूनी विवाद खड़ा हो गया था, जिससे पूरी टीम के साथ वामिका भी मानसिक रूप से काफी प्रभावित हुई थीं।
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फिल्म से पहले आया बड़ा झटका
‘भूल चूक माफ’ एक सेंसिटिव और इमोशनल कहानी है, जो महिला पात्र की आत्मखोज, प्रेम, धोखे और माफ करने की प्रक्रिया को दर्शाती है। फिल्म को लेकर सबकुछ ठीक चल रहा था, तभी इसके रिलीज से कुछ दिन पहले एक लेखक ने कोर्ट में याचिका दायर कर दी कि फिल्म की कहानी उनकी लिखी स्क्रिप्ट से मिलती-जुलती है।
इस कानूनी मामले ने वामिका गब्बी सहित पूरी टीम को चौंका कर रख दिया। प्रमोशन से ठीक पहले यह विवाद उभरने से सभी का ध्यान भटक गया और मानसिक दबाव बहुत बढ़ गया।
वामिका गब्बी ने तोड़ी चुप्पी
हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में वामिका गब्बी ने इस मुद्दे पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा—
“मैं टूट सकती थी। फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है। रिलीज से ठीक पहले इस तरह का विवाद उठना मेरे लिए एक बड़ा झटका था। लेकिन मैंने खुद को संभाला और टीम पर भरोसा बनाए रखा।”
वामिका ने बताया कि जब यह मामला सामने आया, तो वे कुछ दिनों तक रातभर सो नहीं पाईं। उन्हें यह डर सता रहा था कि कहीं यह फिल्म रुक न जाए या फिर उनकी मेहनत बेकार न चली जाए।
‘भूल चूक माफ’ का किरदार और वामिका की मेहनत
इस फिल्म में वामिका गब्बी ने एक ऐसी महिला का किरदार निभाया है, जो अपने अतीत की गलतियों और रिश्तों के बोझ से जूझते हुए अंत में खुद को माफ करती है। यह रोल काफी लेयर्ड और भावनात्मक था, जिसे निभाने के लिए वामिका ने महीनों तैयारी की थी।
उन्होंने बताया—
“मैंने खुद को इस किरदार में पूरी तरह झोंक दिया था। शूटिंग के वक्त मैं इस किरदार में इतनी डूब गई थी कि कई बार मुझे खुद को रीसेट करने में वक्त लगता था।”
प्रोडक्शन टीम का समर्थन
इस कानूनी विवाद के बीच वामिका ने यह भी बताया कि फिल्म की प्रोडक्शन टीम ने उन्हें पूरा सहयोग दिया। निर्देशक विशाल भारद्वाज, जो फिल्म के क्रिएटिव निर्माता भी हैं, ने व्यक्तिगत रूप से वामिका से बात की और उन्हें आश्वस्त किया कि सबकुछ ठीक होगा।
“विशाल सर ने कहा था कि सच की जीत होगी, और उन्होंने मुझे भावनात्मक रूप से संभाला। यही विश्वास मुझे आगे ले गया।”
कोर्ट का फैसला और राहत की सांस
फिल्म के रिलीज से एक दिन पहले कोर्ट ने फैसला सुनाया कि फिल्म की कहानी मौलिक है और इसमें कॉपीराइट उल्लंघन का कोई आधार नहीं है। यह फैसला सुनकर पूरी टीम ने राहत की सांस ली।
इस फैसले के बाद वामिका ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने अपनी भावनाओं को जाहिर किया। उन्होंने लिखा—
“हर कलाकार के लिए उसकी कला से बड़ा कुछ नहीं होता। जब उसी पर सवाल उठता है, तो दिल टूट जाता है। लेकिन मुझे खुशी है कि न्याय हुआ और अब आप सब हमारी मेहनत को देख पा रहे हैं।”
वामिका का संघर्ष और सफर
वामिका गब्बी का करियर हमेशा आसान नहीं रहा है। पंजाबी और साउथ फिल्मों से शुरू करके उन्होंने धीरे-धीरे हिंदी सिनेमा और ओटीटी की दुनिया में पहचान बनाई। ‘जुबान’, ‘ग्रहण’, ‘माई’, ‘मॉर्डन लव मुंबई’ जैसी सीरीज़ और फिल्मों में उनके अभिनय को खूब सराहा गया।
“हर फिल्म मेरे लिए एक नया इम्तिहान होती है। मैं हर बार खुद को चुनौती देती हूं, ताकि एक नई वामिका सामने आ सके,” – वामिका ने कहा।
महिला किरदारों को लेकर वामिका का नजरिया
‘भूल चूक माफ’ जैसी फिल्मों में वामिका के चयन की एक वजह ये भी है कि वह महिला केंद्रित कहानियों को खास तरजीह देती हैं। वह मानती हैं कि फिल्मों में महिलाओं के किरदार अब सिर्फ ‘ग्लैमर’ तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे अब कहानियों की आत्मा बन चुकी हैं।
“मैं ऐसी फिल्में और किरदार करना चाहती हूं, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर करें। ‘भूल चूक माफ’ सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि एक भावना है, जो हम सभी से जुड़ती है।”
फैंस का साथ और प्यार
फिल्म के रिलीज होते ही वामिका के किरदार और अभिनय को सोशल मीडिया पर खूब सराहा गया। ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर दर्शकों ने उनकी तारीफों के पुल बांध दिए। एक यूजर ने लिखा—
“वामिका ने दिल तोड़कर भी दिल जीत लिया। ऐसा परफॉर्मेंस सालों में एक बार देखने को मिलता है।”
निष्कर्ष
‘भूल चूक माफ’ की रिलीज से पहले जो विवाद खड़ा हुआ, वह किसी भी कलाकार के लिए मुश्किल हालात होता, लेकिन वामिका गब्बी ने जिस तरह धैर्य और संयम के साथ स्थिति को संभाला, वह काबिल-ए-तारीफ है। उनकी यह कहानी सिर्फ एक अभिनेत्री की नहीं, बल्कि उस हर इंसान की है जो अपने सपनों की राह में आने वाली रुकावटों से नहीं डरता।