Anushka Sharma: When Anushka Sharma said- ‘She and Virat are not good parents’, she herself told the reason : बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री अनुष्का शर्मा और भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली अक्सर अपने प्रोफेशनल और पर्सनल दोनों ही जीवन को लेकर चर्चा में रहते हैं। दोनों की जोड़ी सिर्फ एक आदर्श कपल के रूप में ही नहीं, बल्कि अब माता-पिता के रूप में भी लोगों के बीच एक मिसाल मानी जाती है। लेकिन हाल ही में अनुष्का शर्मा ने एक बयान में खुद यह स्वीकार किया कि वह और विराट कोहली परफेक्ट या अच्छे माता-पिता नहीं हैं। यह बयान सुनते ही सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया।
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क्या कहा अनुष्का ने?
अनुष्का शर्मा ने एक इंटरव्यू के दौरान यह स्वीकार किया कि वह और विराट परफेक्ट पैरेंट्स नहीं हैं। उन्होंने कहा, “मुझसे अक्सर पूछा जाता है कि हम अपनी बेटी या बेटे को क्या सिखा रहे हैं, लेकिन मैं मानती हूं कि असल में बच्चे वही सीखते हैं जो वे अपने माता-पिता को करते हुए देखते हैं। हमें यह भ्रम नहीं पालना चाहिए कि हम बच्चों को भाषणों और उपदेशों से अच्छे इंसान बना सकते हैं। हमें खुद पहले वैसा इंसान बनना होगा जैसा हम अपने बच्चों को बनते देखना चाहते हैं।”
गलतियों को स्वीकार करना जरूरी
अनुष्का ने आगे कहा कि वे और विराट अपनी गलतियों को स्वीकार करने में झिझकते नहीं हैं। “हम अक्सर शिकायत करते हैं, झल्लाते हैं, और कई बार ऐसा भी होता है जब हम अपने व्यवहार से संतुष्ट नहीं होते। लेकिन यही सच्चाई है। हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे भी समझें कि इंसान गलती कर सकता है, और सबसे जरूरी है अपनी गलती को पहचानना और सुधारने की कोशिश करना।”
सामाजिक जीवन में आए बदलाव
माता-पिता बनने के बाद अनुष्का शर्मा और विराट कोहली के जीवन में बहुत से बदलाव आए हैं। अनुष्का ने कहा कि उनकी दिनचर्या पूरी तरह बदल गई है। अब उनकी प्राथमिकता परिवार है, खासकर बच्चे। “पहले हम देर रात तक बाहर खाना खाते थे, दोस्तों से मिलते थे, लेकिन अब हमारी पूरी दिनचर्या बच्चों के अनुसार होती है। हम जल्दी सोते हैं, जल्दी उठते हैं और दिन का अधिकांश समय उनके साथ बिताते हैं।”
बच्चों के सामने एक उदाहरण बनना
अनुष्का का मानना है कि एक बच्चे के लिए उसके माता-पिता सबसे पहले रोल मॉडल होते हैं। वे कहती हैं, “हमारी बेटी वामिका अभी छोटी है, लेकिन वो हमारे हर हाव-भाव को ध्यान से देखती है। इसलिए हम इस बात को लेकर बहुत सजग रहते हैं कि हम कैसे बात कर रहे हैं, कैसे व्यवहार कर रहे हैं। अगर हम अपने काम और जीवन के प्रति सकारात्मक रहेंगे, तो वही हमारे बच्चों में जाएगा।”
मीडिया और पब्लिक से दूरी
अनुष्का और विराट ने अपने बच्चों को मीडिया और सोशल मीडिया की चकाचौंध से दूर रखने का निर्णय लिया है। अनुष्का कहती हैं, “हम नहीं चाहते कि हमारे बच्चों की जिंदगी कैमरे के लेंस में कैद हो। हम उन्हें एक सामान्य और सहज बचपन देना चाहते हैं, जिसमें वो खुद को समझ सकें, अपनी पहचान बना सकें।”
माता-पिता होने की चुनौतियाँ
अनुष्का ने यह भी स्वीकार किया कि माता-पिता होना आसान नहीं है। खासकर तब, जब आप एक प्रसिद्ध हस्ती हों और दुनिया की निगाहें आप पर टिकी हों। “हर कोई आपकी हर बात पर प्रतिक्रिया देता है। ऐसे में अपनी पर्सनल स्पेस को बचाए रखना और अपने बच्चों को एक सुरक्षित माहौल देना बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। लेकिन हम कोशिश करते हैं कि हम जितना हो सके, अपने बच्चों को सामान्य जीवन दें।”
विराट कोहली की भूमिका
अनुष्का ने विराट कोहली की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि विराट न सिर्फ एक अच्छे पिता हैं, बल्कि बच्चों के साथ समय बिताने के लिए अपने प्रोफेशनल शेड्यूल को भी संतुलित करते हैं। “विराट हमेशा बच्चों के लिए मौजूद रहते हैं। वो उनके साथ खेलते हैं, कहानियां सुनाते हैं और उन्हें सुलाने तक का काम करते हैं।”
नई सोच, नया दृष्टिकोण
अनुष्का और विराट की यह स्वीकारोक्ति कि वे आदर्श माता-पिता नहीं हैं, आज की युवा पीढ़ी के लिए एक बहुत ही सकारात्मक संदेश है। इस बात को मानना कि इंसान गलतियां करता है और परफेक्ट होने की कोई जरूरत नहीं — अपने आप में एक परिपक्व सोच को दर्शाता है।
निष्कर्ष
अनुष्का शर्मा और विराट कोहली का माता-पिता के रूप में अनुभव यह बताता है कि परिपूर्णता की अपेक्षा रखने की बजाय, ईमानदारी, स्वीकृति और खुलेपन से बच्चों का पालन-पोषण करना कहीं अधिक जरूरी है। उनके अनुसार, बच्चे वही सीखते हैं जो वे अपने आस-पास देखते हैं। इसीलिए खुद को बेहतर बनाना, खुद की गलतियों को मानना और सुधारना ही एक अच्छे माता-पिता की निशानी है।